यूपी के बरेली से एक बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग व्यक्ति पर ताबड़तोड़ फायरिंग और घर में जमकर लूटपाट मचाने का आरोप लगा। सोना-चांदी और कई कीमती सामानों की चोरी भी की। इस मामले में पुलिस ने FIR भी लिख ली, जिसमें कहा गया कि आरोपी ने दोनों हाथों से फायरिंग की।
इस बीच कहानी में एक बहुत बड़ा ट्विस्ट तब आ गया, जब बुजुर्ग व्यक्ति खुद थाने पहुंच गया। ट्विस्ट ये आया कि जिस बुजुर्ग व्यक्ति पर फायरिंग करने और लूटपाट मचाने के आरोप लगे, वो दिव्यांग निकला, जिनके दोनों हाथ है ही नहीं।
अब आप सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर जिस शख्स के दोनों हाथ हैं ही नहीं, वो कैसे फायरिंग और लूटपाट कर सकता है। लेकिन लगता है कि पुलिस के राज में ये भी संभव है।
दिव्यांग बुजुर्ग पर किया केस
दरअसल, बरेली में एक बुजुर्ग व्यक्ति वकीलुद्दीन पर पुलिस ने डकैती का केस दर्ज कर दिया। फिर जब आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी, तो जो हुआ वो देखकर पुलिस भी चौंक गई। जिस बुजुर्ग व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने फायरिंग करने और डकैती के आरोप लगाए वो तो असल में दोनों हाथों से दिव्यांग निकला। FIR में नाम आने पर बुजुर्ग दिव्यांग व्यक्ति खुद थाने पहुंचा और अपने हाथ पुलिस को दिखाए।
थाने पहुंचकर बुजुर्ग ने बचाई सच्चाई तो…
उन्होंने इंस्पेक्टर से बोला- ‘साहब, ऐसी स्थिति में भला मैं कैसे डकैती कर सकता हूं? किसी घर से जेवर-सामान लूट सकता हूं?’ ये सबकुछ देखकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई और उन्हें अपनी इस गलती का एहसास हुआ। जिसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग के नाम को मुकदमे से बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी।
जानिए ये पूरा मामला क्या है?
दरअसल, जोगी नवादा चक महसूस की रहने वाली गुलफ्शा और उसके पति बिलाल के बीच में कुछ कहासुनी और मारपीट हो गई। इसके बाद गुलफ्शा अपने मायके चली आई। फिर 25 जून को बिलाल पक्ष के लोगों ने गुलफ्शा के परिवार के छात्र मुश्ताक की हत्या कर दी। फिर गुलफ्शा पक्ष के शकील ने कई लोगों पर डकैती का केस दर्ज कराया, जिसमें दिव्यांग वकीलुद्दीन का नाम भी शामिल था। आरोप लगा कि वकीलुद्दीन तमंचा राइफल से फायरिंग करते हुए शकील के घर में घुस गए। उन्होंने सोने की झुमकी, चेन, चांदी की पायल, 70 हजार रुपये लूट लिए। इस दौरान शकील ने दीवार से कूदकर अपनी जान को बचाया। हमलवार वहां पर काफी देर तक बवाल मचाते रहे।
शकील की तहरीर पर पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया। लेकिन बाद में पुलिस को ये पता चलता कि वकीलुद्दीन के तो दोनों हाथ ही नहीं है। ऐसे में वो फायरिंग और लूटपाट कैसे कर सकते हैं।