Cyber Scam: देशभर में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच आजमगढ़ में पुलिस ने 190 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी आजमगढ़ के रैदोपुर मोहल्ले में एक छोटे से किराए के मकान में कॉल सेंटर चला रहे थे। इनका ठगी का जाल देश ही नहीं विदेशों में भी फैला हुआ था।
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ऑनलाइन गेमिंग के जरिए ठगी- Cyber Scam
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming Fraud) के जरिए लोगों को ठगते थे। पहले सोशल मीडिया के जरिए महादेव एप, अन्ना रेड्डी और लोटस जैसे गेम का विज्ञापन देकर लोगों को गेम खेलने के लिए आकर्षित करते थे। जब लोग गेम के आदी हो जाते थे तो उनसे ठगी की जाती थी।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से श्रीलंका, पाकिस्तान और दुबई जैसे देशों के सिम कार्ड बरामद हुए हैं। ये लोग इन सिम कार्ड का इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए करते थे, ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
किराए के मकान में चल रहा था अवैध धंधा
आरोपी उड़ीसा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से आए थे और आजमगढ़ में किराए के मकान में रहकर इस धंधे को शुरू किया था। ये मकान मालिकों को यह कहकर अपने झांसे में ले लेते थे कि ये ऑनलाइन पढ़ाने का काम करते हैं। इसके बाद मकान मालिक इन्हें बिना किसी शक के किराए पर मकान दे देते थे।
पुलिस ने करोड़ों के खाते फ्रीज किए
आरोपियों (Azamgarh Cyber Scam) के 169 बैंक खातों में जमा करीब 2 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए हैं। इसके अलावा पुलिस ने 35 लाख रुपये का सामान भी बरामद किया है, जिसमें 3.4 लाख रुपये नकद, 51 मोबाइल, 6 लैपटॉप, 61 एटीएम कार्ड, 56 बैंक पासबुक, 19 सिम कार्ड, 7 चेक बुक, 3 आधार कार्ड और एक जियो फाइबर शामिल है।
पुलिस टीम को मिलेगा इनाम
आजमगढ़ के पुलिस (Azamgarh Police) अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि इस गिरोह ने करीब 190 करोड़ रुपये की ठगी की है, जिसकी शिकायत 71 लोगों ने की थी। उन्होंने कहा, “यह एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह है, इसे पकड़ने के लिए हमारी टीम ने कड़ी मेहनत की है। इसलिए हमने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।”
सतर्क रहने की सलाह
पुलिस ने आम लोगों को सतर्क रहने और ऑनलाइन गेमिंग व सोशल मीडिया के जरिए की जा रही संदिग्ध गतिविधियों से बचने की सलाह दी है। साथ ही ठगी की किसी भी घटना की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है।
यह खुलासा आजमगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश में साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। साइबर ठगों के इस गिरोह की गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि आधुनिक तकनीक के साथ-साथ सावधानी और सतर्कता भी जरूरी है।
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