उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानेंगे तो आप सहम उठेंगे। कानपुर के सरसौल में 9 साल की बच्चे के साथ बर्बरता की हर हद को पार कर दिया गया। उसे ऐसी खौफनाक मौत दी गई, जिसके बारे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। बताया जा रहा है कि बच्चे का गला दबाकर मारने की कोशिश हुई। उसका शव नग्न अवस्था में खेत में मिला। सिगरेट से उसके चेहरे को जलाया गया। सिर्फ इतना ही नहीं, मासूम की एक आंख निकाल दी और दूसरी आंख में कील गाड़ दी।
शव की थीं ऐसी हालत
मामला कुछ ऐसा है कि नर्वल के बेहटा सकट गांव में सोमवार को एक 9 साल का एक लड़का लापता हो गया था। मंगलवार सुबह गांव के बाहर एक खेत में उसकी लाश मिलीं। शव की हालत ऐसी थीं, जिसे देखकर हर किसी का दिल कांप उठा। छात्र के साथ कुकर्म करने की भी आशंका जाहिर की जा रही है।
बेहटा सकट गांव में ही महेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ बेहटा सकट गांव में रहते हैं। उनका 9 साल का बेटा अखिलेश सोमवार सुबह करीब 11 बजे घर के बाहर खेल रहा था। इस दौरान ही वो अचानक लापता हो गया। परिजनों ने देर शाम बच्चे की लापता होने की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी।
इस बीच मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान रामेंद्र मिश्रा के खेत में अखिलेश का शव पड़ा हुआ देखा। उसके शव पर एक भी कपड़ा नहीं था। खबरों के मुताबिक बच्चे की आंख कील ठोंककर फोड़ी गई। गर्दन पर भी जूते के निशान मिले। पैर से गला घोंटकर मारने की आशंका जताई गई। वहीं, बच्चे के पूरे चेहरे को सिगरेट से जलाया गया।
दो हत्यारे होने की आशंका
मामले की जांच कर रही टीम को बाग से शराब की बोतल और प्लास्टिक के 2 गिलास भी मिले। साथ ही खून से सना हुआ एक डंडा मिला। शक जताया जा रहा है कि दो लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। उन्होंने दारू पीने के बाद तड़पाते हुए बच्चे को मारा। हत्या के बाद बच्चे को जमीन पर घसीटने के भी निशान हैं। एसपी ने आशंका जताई कि मामला कुकर्म या तंत्र-मंत्र से जुड़ा हुआ हो सकता है।
एसपी बोले– बेरहमी देकर मेरा दिल भी कांप उठा
कानपुर आउटर के एसपी अजीत कुमार सिन्हा का खुद ये कहना है कि जिस तरह से बच्चे को मारा गया, उससे दिखता है कि ये हत्यारे बच्चे से नफरत करते होंगे। लेकिन इस नफरत के पीछे की वजह क्या रही? पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है। मामले की जांच के लिए पुलिस ने 4 टीमें लगाई हैं। एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि मेरा भी दिल बच्चे के साथ हुई बेरहमी से कांप उठा है।
मामले में दिखी पुलिस की लापरवाही
वहीं इस पूरी घटना को लेकर पुलिस का लापरवाही वाला रवैया भी देखने को मिला। दरअसल, परिजनों का कहना है कि बच्चे के लापता होने के बाद सोमवार को वो पुलिस चौकी और थाने गए थे। लेकिन वहां पुलिस ने तुरंत उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और अगले दिन आने को कह दिया। मंगलवार को बच्चे की लाश मिल गई।
एसपी अजीत सिन्हा का कहना है कि बच्चे की मौत में पुलिस की लापरवाही की भी जांच की जाएगी। पोस्टमार्टम में जो तथ्य निकलकर आएंगे, उसके मुताबिक एक्शन होगा। वहीं कुकर्म की आशंका को लेकर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हम कुछ दावा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि बच्चों के खिलाफ अपराधों में पिछले कुछ दिनों से कानपुर में तेजी से बढ़ोतरी होती हुई दिख रही है। अभी दो दिन पहले भी संदिग्ध हालातों में एक बच्चे की मौत हुई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस मामलों को लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं।