देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। दिल्ली में एक 7 साल की मासूम के साथ दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया गया। मामला दिल्ली के रंजीत नगर इलाके का बताया जा रहा है। यहां 22 अक्टूबर को एक युवक ने बच्ची को 10 रुपये का लालच देकर उसके साथ बलात्कार किया।
पुलिस के अनुसार घटना शुक्रवार को उस वक्त घटी जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान आरोपी शख्स ने बच्ची को मिठाई खरीदने का लालच दिया और एक रूम में ले जाकर उसके साथ रेप किया। साथ ही इसके बारे में बच्ची को किसी को कुछ नहीं बताने की हिदायत दी। सिर्फ यही नहीं बच्ची के साथ बलात्कार करने के बाद शख्स ने उसे घर के पास छोड़ा भी था। फिर मासूम ने घर आकर अपनी मां को इस पूरी घटना के बारे में बताया। इसके बाद बच्ची के पिता घर पर आए और पुलिस को इसकी जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि आरोपी इस दौरान दो अन्य बच्चों को भी फॉलो कर रहा था, लेकिन वो घर में घुस गए। तब वो 7 साल की बच्ची को फॉलो करता रहा है और वो फिर उसके साथ लालच में आकर चली गई।
सिर्फ इतना ही नहीं दर्द से तड़पती बच्ची के पिता को घंटों तक अस्पताल की ठोंकरे भी खानी पड़ी। वो मासूम को लेकर 5 बड़े अस्पताल में गए, लेकिन कोई उसे एडमिट करने के लिए तैयार नहीं हो रहा था। इसकी जगह वो एक अस्पताल से लेकर दूसरे तक भटकाते रहे। जानकारी के अनुसार खून से लथपथ बच्ची को लेकर उसके पिता पहले सरदार पटेल हॉस्पिटल गए, लेकिन वहां उसे एडमिट नहीं किया गया। फिर वो लेडी हार्डिंग अस्पताल, कलावती और फिर लेडी हार्डिंग एंबुलेंस भटकते रहे। इसके बाद उनको सबसे लास्ट में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट कराया गया। बच्ची की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इस घटना को लेकर एक 20 साल के युवक की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार आरोपी युवक इससे पहले भी एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के चलते जेल जा चुका है। कुछ वक्त पहले ही वो जमानत पर बाहर आया और अब इस घटना को अंजाम देने के आरोप उस पर लग रहे है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई CCTV फुटेज खंगाले।
वहीं इस मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को नोटिस जारी किया। DCWU अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पुलसि को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर मैं दुखी हूं। ये चिंता और शर्म की बात है कि छोटे बच्चों पर बार बार ऐसे यौन हमले की ऐसी घटनाओं से गुजरना पड़ रहा हैं। व्यवस्था की ये पूर्ण विफलता है, जो बच्चियों के साथ वो ऐसे दुष्कर्म के मामलों को रोकने में असमर्थ है।
जिस 7 साल की मासूम के साथ रेप की घटना हुई, उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। दरअसल, बीते साल ही दिल में छेद होने के चलते एक बेटे को भी उन्होंने खोया था। बच्ची के पिता माल ढोने का वाली रिक्शा चलाने का काम करते हैं।
गौरतलब है कि एक तरफ तो हम न्यू इंडिया, देश के विकास जैसी बड़ी बड़ी बातें करते हैं। लेकिन जब बात महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा की आती है, तो आज भी हम उसमें काफी पीछे हैं। रोजाना ही कहीं ना कहीं से महिलाओं-बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराध की झकझोंर देने वाली खबरें सामने आती हैं। जब इस तरह के मामले खत्म होंगे, तब ही असल में हम विकास की राह पर आगे बढ़ पाएंगे।