रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने तीन तलाक बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मजहबी आस्थाओं के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। कुरान में तलाक का तरीका बताया गया है। जिससे एक मुसलमान हट नहीं सकता। आजम ने दो टूक कहा कि जो बिल लाया गया है अगर वो कुरान के मुताबिक है तो हमें कुबूल है। आजम खान ने सरकार को रोजगारी पर घेरते हुए कहा कि जो सरकार का तरीका है, वो बहुत खतरनाक है. तलाक उतना अहम मुद्दा नहीं है, इससे ज्यादा जरूरी मुद्दा रोजगार है.
बिहार में बुखार से हुई मौतों पर भी आज़म खां ने सरकार को घेरा और कहा कि जब गोरखपुर में यह बीमारी आयी तो भी सरकार को इस बीमारी के लिए एंटीवायरस तैयार करवाना चाहिए था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब इसका इलाज निकालने के बजाय एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाली जा रही है। उन्होंने ये तक आरोप लगाया कि कुछ लोग काम कर रहे डॉक्टरों को धमका रहे हैं। मैं यही कहूंगा कि ये सरकार की नाकामी है।
आपको बता दें कि लोकसभा में शुक्रवार को सरकार ने तीन तलाक बिल पेश किया। जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने वोटिंग करायी। पास किए जाने के पक्ष में 187 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 74. तीन तलाक बिल पेश होने के बाद मुस्लिम समाज से कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी आयी। जहां पीड़ित महिलाओं ने खुशी जतायी तो वहीं देवबंद में कई मुस्लिम मौलानाओं की तरफ से इस बिल का विरोध किया गया।
आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब आजम खां सरकार पर हमलावर हुए हैं। इससे पहले भी उन्होंने सरकार के मदरसों से जुड़े फैसले का विरोध करते हुए ये कहा था कि मदरसों से साध्वी और गोड्से जैसे लोग नहीं निकलते हैं। दरअसल, सरकार ने फैसला लिया कि मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा और वहां विज्ञान समेत कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी।